दिल से निकली बातें जो दिल को छू जाएँगी । सबके दिलों को छूने के छोटे छोटे प्रयासों में आप सब की शुभकामनाओं की चाह के साथ , आप सब को समर्पित!!! " ख़ुश्बू-ए-इत्र मुबारक़ ए ज़माने तुझको मेरा किरदार ही काफ़ी है महकने के लिए "
Tuesday, 14 September 2021
रंगमंच
नेपथ्य कक्ष में
एक देह उतरती है....
.....................
और,
दूसरी पहना दी जाती है..
दुनिया एक रंगमंच है....!!
©® अमनदीप " विम्मी"
रक्षाबंधन
आज राखी बाँधेगी बहना
वो तो है इस घर का गहना!
भेंट मिलेगी उसको मन की
नाच रही है धा धा धिना ।
रोली टीका लगा माथे पर
राजा जैसा सज रहा है!
सबसे सुंदर मेरी राखी
भैया मन मन चहक रहा है।
बहना, मैं तेरा रखवाला
तू न कभी किसी से डरना!
दुःख हो सुख हो जो कहना हो
अपने इस भैया से कहना ।
तू है मेरा प्यारा भैया
जीवन जैसे भूल भुलैया!
छोड़ना न कभी मेरा साथ
कर वादा रख सिर पर हाथ ।
तू है मेरी प्यारी बहना
सँग सँग है हमको रहना!
राखी-धागे का पवित्र बंधन
निभाऊँगा मैं सारा जीवन।
साथ रहेंगे बहना भैया
चल डोले सँग ता था थैया ।
©®अमनदीप "विम्मी"
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#बाल #कविता आसमान में तारे देखे, बन्दर भालू सारे देखे चाँद पे बूढ़ी दादी देखी,पहने सूत की साड़ी देखी नानी के घर छत पर सोए ढेरों सपन सलोने देख...