Wednesday, 20 June 2018

प्रतीक्षा

कितना दुष्कर  होता है
बीते पलों से यह कह देना
कि मेरी ज़िन्दगी में
तुम्हारा स्थान नहीं.....

कितना दुष्कर  होता है
मन को यह समझाना
कि कल आएगा
और आएँगे  वे पल
चिर - प्रतीक्षित !

और फ़िर -
हर रोज़ यही समझाना
कि चिर - प्रतीक्षित कल के लिए
प्रतीक्षा करनी होगी
तुम्हें ,
चिर काल तक
चिर - प्रतीक्षा!!!!

©®अमनदीप /  विम्मी

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