Friday, 3 April 2020

समीकरण

भूगोल के विद्यार्थियों की ज्यादा रुचि
सामने की बेंच पर बैठी लड़कियों
की शारीरिक बनावट पर रही...

मनोविज्ञान के शिक्षक
नहीं सिखा पाए उनको
कि जीव विज्ञान में रेखाओं द्वारा उकेरी गई
लड़कियों की शारीरिक रचना को
सिर्फ देह न समझ
पढ़ना पड़ता है उनका मन भी....

गणित के कठिन सूत्र हल करने के बावजूद
कहाँ समझ आई यह बात
कि जोड़ घटाव गुणा भाग से भी ज्यादा महत्वपूर्ण  है
बाएँ हाथ और दाएँ हाथ के समीकरणों के मध्य
बराबर के चिन्ह का होना....

इतिहास प्रेमियों का ध्यान
अपनी प्रेमिकाओं के संघर्षों की गाथा
सुनने व समझने से अधिक
उनके पूर्व प्रेमियों द्वारा दिए गए चुम्बनों पर रहा...

समाजिक विज्ञान नहीं समझा पाया भाईचारा
हर एक व्यक्ति की मंशा हमेशा
कचरा दूसरों के घर की तरफ फेंकने की रही...

अर्थशास्त्र भी कहाँ बता पाया कि
तेजड़ियों और मंदड़ियों का खेल
तुम्हें तुम्हारे ही अर्थ का समीकरण
समझने न देगा....

सुनो, तुम जब जूझना ज़िन्दगी की जद्दोजहद से
याद रखना कोई शास्त्र काम नहीं आएगा
काम आएँगी तुम्हारी कठिनाइयों से जूझ कर
आत्मविश्वास और स्वाभिमान
के साथ लड़ी जाने वाली
खुद से खुद की लड़ाई।

©®अमनदीप/विम्मी
०४/०४/२०२०

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