दुनिया में सबसे मजबूत कँधे
पिता के होते हैं
जो उम्र के बोझ से
दब जाएँ भले
परन्तु सन्तान की
नाकामियों
तकलीफों
गलतियों
आकांक्षाओं को
बखूबी ढोने की हिम्मत रखते हैं....
छायादार वृक्ष
सदृश्य
उम्र की दहलीज के
अंतिम पड़ाव तक
एक एक कर चुकते पत्ते
तब तक साया देते हैं
जब तक सलामत रहता है
आखिरी पत्ता ....
©®अमनदीप/विम्मी
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