उनके पैर चलना नही जानते
उनके पैरों में पंख लगे हैं....
चल पड़े गर भूले भटके
छाले तुम्हारे ही पैरों में पड़ेंगे
खून तुम्हारा ही रिसेगा...
सुनो
इस बार जो उतरे वो, खोजने जमीन
तुम
खींच लेना जमीन
उनके पैरों तले....।
©®अमनदीप/विम्मी
दिल से निकली बातें जो दिल को छू जाएँगी । सबके दिलों को छूने के छोटे छोटे प्रयासों में आप सब की शुभकामनाओं की चाह के साथ , आप सब को समर्पित!!! " ख़ुश्बू-ए-इत्र मुबारक़ ए ज़माने तुझको मेरा किरदार ही काफ़ी है महकने के लिए "
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